जंगल का राजा हाथी
पहली बार कलम थी जब मैने लिखने को उठाई,
पढी थी पहले मैने पहली कॉमिक्स नागराज वाली।
पढते पढते ही मैंने सोचा मैं भी तो लिख सकता हूं,
फिर कॉपी लेकर बैठ गया था अपनी 8वीं कक्षा वाली।
सुना हुआ था मैंने जंगल का राजा सब शेर को है कहते,
मेरे दिमाग में एक थी नयी खुराफात भर भर कर आई।
बना डाला जंगल का राजा हाथी शेर को बनाया था मंत्री,
पंजाबी के टीचर ने जब यह कॉपी से पढ लिया लिखा,
मुझको उन्होंने फिर बना डाला था खड़े खड़े ही संत्री।
चिलचिलाती धूप ने भाईया तब अक्ल के दरवाजा खोल,
लेखक वाले कीड़े को फिर खिलाई थी ऐसी चक्कर घिनी।
लिखना पड़ा था बहुत ही महंगा जंगल का राजा है हाथी,
समझ में आया जंगल का राजा शेर ही होता ना बनता हाथी।
Sonali negi
03-Jun-2021 03:13 PM
Nice
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Apeksha Mittal
03-Jun-2021 01:31 PM
Good 👍
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ऋषभ दिव्येन्द्र
03-Jun-2021 12:59 PM
वाह भाई जी वाह , खूब लिखा आपने 👌👌😁😁
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